Ola Electric IPO Details: ओला कंपनी शुरुआती दौर में कार रेंटल कंपनी थी, जो आज बढ़कर एक इलेक्ट्रिक व्हीकल की कंपनी भी बन गई है. ओला कंपनी ने शेयर मार्केट में अपनी आईपीओ की लिस्टिंग की है.
इस आईपीओ को लॉन्च करने पर ओला को काफी बेहतरीन रिस्पॉन्स मिल रहा है. इसमें इन्वेस्टर जमकर पैसा लगा रहे हैं. आज इस लेख में आपको Ola Electric IPO Details के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे.
Ola Electric IPO Details: पहली इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी
Ola Electric IPO Details: ओला भारत की पहली इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी होने जा रही है, जिसने अपना आईपीओ लॉन्च किया है. अगर ऑटो सेक्टर की बात कर तो, 20 वर्ष बाद किसी ऑटो सेक्टर कंपनी ने अपना आईपीओ लॉन्च किया है. इससे पहले 2003 में मारुति सुजुकी कंपनी अपना आईपीओ लेकर आई थी.
Ola Electric Mobility जोकि ओला की इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनी है. उसने अपने सभी दस्तावेज आईपीओ के लिए सेबी (Securities and Exchange Board of India) को दे दिए हैं. Ola Electric Mobility कंपनी का मकसद इस आईपीओ के जरिए ₹ 7,250 करोड रुपए जुटाने का है.
इस आईपीओ में पैसे जुटाने के लिए, ₹5,500 करोड़ का फ्रेश इशू किया जाएगा और बाकी ₹1,750 करोड़ का ऑफर फॉर सेल के रूप में दिया जाएगा. ऑफर फॉर सेल का मतलब है कि कंपनी के फाउंडर और इन्वेस्टर अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे.
Ola Electric IPO Details: Offer For Sale
Ola Electric IPO Details: ओला कंपनी के फाउंडर भविष्य अग्रवाल ने अपने हिस्से के 4.73 करोड़ रुपए के स्टॉक मार्केट में बेचे को तैयार है। इसके अलावा दूसरे इन्वेस्टर जैसे इन्दुज ट्रस्ट भी अपने हिस्से के शेयर बेचेंगे.
इसमें सबसे ज्यादा शेयर सॉफ्टबैंक ग्रुप द्वारा बेचें जाएंगे. इसके कई कई मुख्य इन्वेस्टर जैसे Alpha Wave Ventures II, Tiger Global और Matrix Partners भी अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं.
Details | Amount (in Rs Crore) |
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Total IPO Size | ₹7,250 |
Fresh Issue | ₹5,500 |
Offer for Sale (OFS) | ₹1,750 |
Ola Electric IPO Details: Fund Allocation
Ola Electric IPO Details: ओला कंपनी आईपीओ के माध्यम से ₹5,500 करोड रुपए में से ₹1,200 करोड रुपए ओला की सब्सिडियरी कंपनी ओला सेल प्राइवेट टेक्नोलॉजी (Ola Cell Private Technologies) की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाने के लिए उपयोग की जाएगी.
इसके अलावा ₹1,600 करोड रुपए का उपयोग रिसर्च एंड डेवलपमेंट के लिए उपयोग में लाया जाएगा. ₹800 करोड रुपए का उपयोग कंपनी के ऊपर हुए कर्ज को चुकाया जाएगा. बाकी बचे 350 करोड रुपए कॉर्पोरेट खर्चों के लिए रखा जाएगा.
Purpose | Amount (in Rs Crore) |
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Subsidiary Manufacturing Expansion | ₹1,200 |
Research and Development | ₹1,600 |
Repayment of Company’s Debt | ₹800 |
Corporate Expenses | ₹350 |
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