क्रिकेट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित करने वाली और क्रिकेट से संबंधित नियम बनाने वाली संस्था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) नए साल 2024 में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं. आईसीसी ने प्लेईंग कंडीशन में बदलाव करके क्रिकेट को और बेहतरीन बनाने का प्रयास किया है.
हालांकि इसका आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है. लेकिन यह चार बड़े नियम साल 2024 से सभी क्रिकेट सीरीज में लागू हो गए हैं. ऑस्ट्रेलिया बनाम पाकिस्तान (Australia vs Pakistan) के बीच चल रहे सीरीज में भी यह नियम लागू हुआ है.
इसी के साथ भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज (India vs South Africa Test Series) में भी इन नियमों के अंतर्गत खेल खेला जा रहा है. आइए इस लेख के माध्यम से आपको बताते हैं कि वह कौन से नियम है, जिनमें बदलाव किए गए हैं.
स्टम्पिंग रिव्यू पर बड़ा बदलाव
इस नियम में सबसे पहले बदलाव है स्टंपिंग रिव्यू का. आपको बता दें कि ज्यादातर विकेटकीपर कई बार बिना बात के स्टंपिंग कर अंपायर से उसे चेक करने की मांग करते हैं. पिछले साल ऑस्ट्रेलियाई टीम जब भारत दौरे पर थी, उस समय ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर ने भी कई बार स्टंपिंग करके अंपायर को रिव्यू करने के लिए कहा था.
इस रिव्यू के लिए थर्ड अंपायर को सभी बारीक चीजों पर शुरू से ध्यान देना होता है. अब आईसीसी ने रिव्यू स्टंपिंग पर बदलाव कर दिया है. अब अगर कोई टीम स्टंपिंग के लिए अपील करती है तो, तो अपील को साइड ऑन एंगल से ही देखा जाएगा. कैच आउट रिव्यू में टीम को अपना विशेष रिव्यू इस्तेमाल करना होगा.
फील्डिंग टीम को झटका
दूसरा नियम से फील्डिंग टीम को बड़ा झटका लगा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अगर कोई खिलाड़ी कॉन्कशन का शिकार होता है और मुख्य तौर पर वह गेंदबाज हो तो उसे रिप्लेस करने वाला खिलाड़ी पूरे मैच में गेंदबाजी नहीं कर सकता है. इस नए नियम से निश्चित तौर पर फील्डिंग टीम को बड़ा झटका लगेगा.
ऑटो नो बॉल
तीसरा नियम ऑटो नो बॉल का है. हालांकि यह नियम पहले ही लागू कर दिया गया है लेकिन इसके नियम में थर्ड अंपायर को और भी छूट प्रदान की गई है. इसमें थर्ड अंपायर फ्रंट फुट के अलावा बाकी सभी तरीके की नो बॉल को चेक करने का जिम्मा सौंपा गया है. यह नियम रोमांचक मैच के लिए निर्णायक साबित हो सकता है.
ऑन फील्ड इंजरी
चौथा और आखिरी नियम ऑन फील्ड इंजरी से जुड़ा हुआ है. इसमें अगर कोई खिलाड़ी खेलते समय मैदान में चोटिल हो जाता है तो, उपचार के लिए उसे केवल 4 मिनट का समय दिया जाएगा. अगर कोई खिलाड़ी, इन 4 मिनट में ठीक नहीं हो पाता है तो, उसे मैदान से बाहर जाना पड़ेगा.